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#1 आँख फड़कने का वैज्ञानिक कारण क्या है ? क्या यह कोई बीमारी है ?

आँखों के जाने माने डॉक्टर/ सर्जन (डॉ. कशिश गुप्ता) से जानें कि आंख फड़कना शरीर की कोई समस्या या बीमारी? एवं क्या है आँख फड़कने का वैज्ञानिक कारण ?

क्या आपको पता है आंख क्यों फड़कती है ? देखिये इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। हमारे देश में आंख फड़कने जैसे लक्षण को शुभ या अशुभ संकेत माना जाता है पर ये एक शारीरिक समस्या का संकेत भी हो सकता है।

एक्सपर्ट्स के मुताबिक आंख फड़कना वैसे तो कोई गंभीर समस्या नहीं है, ऐसा होने पर आंख बंद होने के कुछ सेकेंड में ही खुल जाती है पर अगर ये समस्या कई दिनों तक बनी रहे तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

आंख फड़कने के पीछे कुछ वैज्ञानिक कारण भी हो सकते हैं जो आपके शरीर की समस्याओं की ओर संकेत करते हैं। इस पोस्ट में हम आँख फड़कने का वैज्ञानिक कारण पर चर्चा करेंगे।

आँख फड़कने का वैज्ञानिक कारण (मुख्य/  मेन कारण)

ड्राय आई 

अगर किसी कारण से आपकी आंखें ज्यादा ड्राय रहती हैं तो आपको आंख फड़कने जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। जो लोग कॉन्टेक्ट लेंस का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं उन्हें ड्राय आई की समस्या होने के चान्सेस ज्यादा हो सकते हैं।

पोषक तत्वों की कमी या आंखें ज्यादा कमजोर होना 

अगर आपकी आंखें ज्यादा कमजोर रहती हैं तो भी आपको आंख फड़कने की समस्या हो सकती है। आप अगर जरूरी पोषक तत्वों का सेवन नहीं कर रहे हैं तो आपके शरीर के साथ-साथ आपकी आंखें भी कमजोर हो सकती हैं और आंख फड़कने की समस्या  हो सकती है।

बहुत कम सोना / अनिद्रा की समस्या 

आँख फड़कने का वैज्ञानिक कारण, अनिद्रा की समस्या (Sleep Disorder) भी हो सकता है। अगर अपकी नींद पूरी नहीं हुई है तो भी आंख फड़कने की समस्या हो सकती है। नींद न पूरी होने के कारण ऐसा लक्षण आपको देखने को मिल सकता है। अगर आप कॉन्टेक्ट लेंस का इस्तेमाल करते हैं तो आपको रात को सोने से पहले उसे उतारकर रख देना चाहिए। क्योंकि कॉन्टेक्ट लेंस का ज्यादा इस्तेमाल भी आंख फड़कने जैसे लक्षण हो सकते हैं।

कैफीन का ज्यादा सेवन

अगर आप चाय या कॉफी का ज्यादा सेवन करते हैं तो भी आँख फड़कने का वैज्ञानिक कारण की समस्या हो सकती है। अगर आप ठंड के दिनों में ज्यादा चाय या कॉफी पी रहे हैं तो इससे आपके शरीर में कैफीन की मात्रा बढ़ जाती है, जिस वजह से आंख फड़कने की समस्या हो सकती है। इसलिए कैफीन युक्त पदार्थों जिसे कि चाय या कॉफी पीना, चॉकलेट आदि कम कर देनी चाहिए।

ज्यादा स्ट्रेस लेना

अगर आप किसी कारण से तनाव में हैं तो भी आंख फड़कने की समस्या हो सकती है, स्ट्रेस ज्यादा लेने के कारण आंखों पर जोर पड़ता है और ये समस्या हो सकती है। कुछ लोग मोबाइल, लैपटॉप या कंप्यूटर पर ज्यादा देर काम करते हैं उन्हें आंख फड़कने जैसे लक्षण महसूस होते हैं, क्योंकि इस तरह के इलेक्ट्रोनिक गैजेट्स की स्क्रीन को लंबे समय तक देखने से इसके रेडिएशन के कारण आंख ड्राय हो जाती है और आंखों में तनाव बन जाता है जिससे आंख फड़कने जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।

आँख फड़कने का वैज्ञानिक कारण क्या है

आप क्या करें, आँख फड़कने का वैज्ञानिक कारण होने पर  ?

आंख फड़कने की समस्या से निजात पाने के लिए आप इन उपायों को कर सकते हैं-

  • एक साफ कपड़ा / साफ तौलिया लें उसे गरम पानी में भिगो लें, पानी निचोड़ लेने के बाद उससे आंख की सिकाई करें। इससे आंख फड़कने की समस्या दूर हो जाएगी।
  • अगर आपकी नींद पूरी नहीं हुई है तो भी आंख फड़कने की समस्या हो सकती है, तो आप नींद पूरी लें। जब आप सोकर उठेंगे तो आंख फड़कना बंद हो जाएगी।
  • स्क्रीन पर देखना या किताब पढ़ना कुछ देर के लिए बंद कर दें, इससे भी आंख फड़कने की समस्या बंद हो सकती है।
  • कई लोगों को एलर्जी के कारण भी आंख फड़कने की समस्या हो सकती है, इसलिए आप किसी एक्सपर्ट आँखों के डॉक्टर को जल्द से जल्द दिखाएं, डॉक्टर आपको दवा या आई ड्रॉप आंख में डालने की सलाह दे सकते हैं।

अगर यह फिर भी समस्या रहती है और बारंबार आपकी आँख फड़कना बंद नहीं होता है तो आप किसी जाने अच्छे आँखों के डॉक्टर को दिखा सकते है एवं उनकी सलाह के आधार पर आंख में आई ड्रॉप या दवा का सेवन भी कर सकते हैं।  पर ध्यान रहे सलाह/ कंसल्टेशन केवल अनुभवी डॉक्टर जैसे कि आँखों के जाने माने डॉक्टर/ सर्जन (डॉ. कशिश गुप्ता) से ही लें।

आँख फड़कने का वैज्ञानिक कारण , आँख फड़कने की समस्या से बचने के कुछ टिप्स 

आँख फड़कने की समस्या से बचने के कुछ घरेलू ईलाज एवं टिप्स इस प्रकार हैं :-

  • ज्यादा से ज्यादा पानी लें।
  • ज्यादा से ज्यादा नींद लें और अपनी पलकों को जोर-जोर से झपकानी शुरू कर दें।
  • कंम्प्यूटरया मोबाइल फ़ोन पर देखने के कुछ देर बाद अपनी पलकों को झपकाएं या अपनी आंखों से दूर का देखें।
  • कॉफ़ी, चाय और चॉकलेट आदि का सेवन कम से कम करें।
  • अपनी आंखों की अच्छे से मसाज करें।

कंक्लूज़न / निष्कर्ष

हमारे देश में लोग पलक झपकना शुभ और अशुभ दोनों बातें ही मानते है।लोगों का मानना ​​है कि अगर आपकी दाहिनी आंख झपकेगी तो आप पर कृपा होगी और अगर आपकी बाईं आंख झपकेगी तो आपके कुछ अशुभ कर्म होंगे। लेकिन क्या आपको पता है कि आँख फड़कने का वैज्ञानिक कारण क्या है या फिर जाने कि आँख फड़कने के पीछे भी वैज्ञानिक कारण हो सकते हैं।

आँख झपकने के पीछे कुछ वैज्ञानिक कारण होते हैं। मेडिकल टर्म (डॉक्टरी भाषा) /  में  डॉक्टर कशिश गुप्ता ( जो की एक जाने माने नेत्र सर्जन हैं ) के अनुसार की भाषा में इसे “मायोकिमिया” (Myokymia) कहते हैं, इस स्थिति में आँख की मांसपेशियां सिकुड़ने लगती हैं और आँख झपकने लगती है, आइए इसके कारणों के बारे में आगे बात करते हैं।

इसके अलावा आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम काफी व्यस्त हो गए हैं, जिससे हमारी मांसपेशियों में खिंचाव आ जाता है और पलक झपकना भी उन्हीं में से एक है। इसके अलावा लगातार कंप्यूटर और मोबाइल पर काम करने से हमारी आंखें शुष्क हो जाती हैं, जिससे हमारी पलकें झपकती हैं और आँख फड़कने लगती हैं।

लेकिन यदि आपकी आँख बार-बार फड़कने लगती है तो इसे हल्के में न लें और इसे बिलकुल भी नज़र अंदाज न करें। इसके पीछे कोई गंभीर वजह भी हो सकती है।इस लिए जल्द से जल्द किसी डॉक्टर की सलाह लें। लेकिन ध्यान रहे कि सलाह/ कंसल्टेशन आज ही एक अनुभवी डॉक्टर जैसे कि (डॉ. कशिश गुप्ता) आँखों के जाने माने डॉक्टर/ सर्जन से ही लें।

Tariq Masoodi is a technical content writer who specializes in strategic communications and digital media. He writes on health, eye care, and mass communication. He is fascinated by web marketing, advocacy blogs, and vlogs on all social media platforms. With over 20 years of expertise, he works with businesses around the world by pitching niche content to a targeted clientele to generate added revenues. He is a former professor of Media Studies and an alumnus of IIT Roorkee, India.

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