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LASIK सफलता दर | 2024 में आँख की सर्जरी कितनी सुरक्षित है?

अगर हम लेसिक सर्जरी की बात करें तो, लेसिक सर्जरी एक प्रकार की सर्जरी है जो आंखों की समस्याओं को ठीक करने के लिए की जाती है। यह तकनीक आजकल काफी प्रसिद्ध है और इसकी सफलता दर भी काफी अच्छी है। 

लेसिक सर्जरी का मुख्य उद्देश्य के कोर्निआ को सुधारना है। इसमें चिकित्सक आंखों की कोने को काटकर कर्णिका को समतल कर देते हैं ताकि रोशनी का सही तरीके से प्रकाश आंवलित हो सके।

लेसिक सर्जरी की सफलता दर उत्तम होती है। बहुत से लोग इस तकनीक का उपयोग करके अपनी आंखों की समस्याओं से छुटकारा पा चुके हैं। इस तकनीक के जरिए आंखों के विशेषज्ञ डॉ. कशिश गुप्ता आंखों की समस्याओं का समाधान करते हैं और रोगी को एक नई जीवन की राह दिखाते हैं जिससे कि उनकी जिंदगी मे सुधार हो सके।

लेसिक सर्जरी के बाद रोगी को कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है। उन्हें डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाएँ लेनी पड़ती  है और आंखों की सही देखभाल करनी होती है। इससे उनकी आंखों की समस्या पूरी तरह से ठीक हो जाती है और वह फिर से आसानी से  बिना चश्मे से देख सकने के काबिल हो जाते हैं। 

इस प्रकार हम यह कह सकते हैं कि लेसिक सर्जरी एक उत्तम तकनीक है जो आंखों की समस्याओं को समाधान करती है और लोगों को एक बेहतर जीवन जीने में और जीवन में तररकी करने या आगे बढ़ने में मदद करती है।

आजकल LASIK सर्जरी काफी लोकप्रिय वैकल्पिक प्रक्रियाओं में से एक है। लाखों लोगों ने अपनी आँखों की नज़र/दृष्टि को ठीक करने के लिए लेजर  शल्य चिकित्सा करवाई है, और LASIK की सफलता दर 90% से अधिक है। अधिकांश लोग LASIK सर्जरी करवाकर संतुस्ट है और वे कहते हैं कि उन्हें खुशी है कि उन्हें अपनी आँखों की कम देखने की समस्या से छुटकारा मिला।

तो आइए LASIK Eye सर्जरी के जोखिमों, सुरक्षा और इसके प्रभाव के बारे में जानें।

लेसिक सर्जरी की सुरक्षा और सफलता दर

किसी भी सर्जिकल प्रक्रिया की तरह, आँखों की LASIK सर्जरी में भी थोड़ा-  बहुत जोखिम हो सकता है। एक जोखिम है कि प्रक्रिया पूरी तरह से प्रभावी न हो, जिसके परिणामस्वरूप आँखों की दृष्टि पूरी तरह से ठीक न हो। सर्जरी के बाद दृष्टि संबंधी समस्याएं, हालांकि काफी कम हैं। यहाँ इस बात का ध्यान रखना पड़ता है की आंखों में संक्रमण या चोट जैसी जटिलताओं का जोखिम न हो।

कुछ लोगों को प्रक्रिया के तुरंत बाद मामूली असुविधाएं और लेजर सर्जरी के दुष्प्रभाव जैसे सूखी आंखें या दर्द का अनुभव हो सकता है। लेकिन ये इश्यूज/ समस्ये  अक्सर अस्थायी होते हैं और जल्दी ही ठीक हो जाते है।

हालाँकि, कुल मिलाकर, ये जटिलताएँ असंभावित हैं। अधिकांश लोग बिना किसी स्थायी समस्या के LASIK सर्जेरी करवाकर अपनी आँखों की कम दिखाई देने की समस्या से बिना चश्मे के छुटकारा पा जाते हैं।

LASIK सर्जरी की फेलियर/ विफलता दर

कुल मिलाकर, दृष्टि सुधार के मामले में LASIK फेलियर/विफलता दर बहुत कम है। अधिकांश लोग जो LASIK से गुजरते हैं, प्रक्रिया के कुछ दिनों के भीतर उनकी दृष्टि में सुधार होता है। 2019 में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, LASIK के बाद 99% प्रतिभागियों की दृष्टि 20/40 या बेहतर थी और 70% की दृष्टि 20/20 या बेहतर थी।

अध्ययन से पता चला कि केवल 2.5% रोगियों को कुछ एक्स्ट्रा /अतिरिक्त LASIK प्रक्रियाओं की आवश्यकता थी। जिन लोगों की दूसरी प्रक्रिया हुई, उनकी दृष्टि में सुधार की दर उन लोगों के समान ही थी, जिन्हें प्रारंभिक उपचार में सफलता मिली थी।

आप किसी प्रमाणित, अनुभवी डॉक्टर जैसे कि डॉ. कशिश गुप्ता से सर्जरी करवाकर LASIK से होने वाली जटिलताओं के जोखिम को कम कर सकते हैं। डॉ. कशिश गुप्ता  ही अनुभवी, कुशल आँखों के डॉक्टर है। वे आपकी आँखों की बीमारी की चिकित्सा और दृष्टि इतिहास और आपके LASIK सर्जरी करवाने के लक्ष्यों के बारे में पूछेगें और आपको सही सलाह देंगे। डॉ. कशिश गुप्ता यह भी मूल्यांकन करेंगे कि आप इस प्रक्रिया के लिए अभी पूरी तरह से तैयार  हैं या नहीं। इसके बाद, पूरी जाँच करने के बाद  वे आपको बताएँगे की लेसिक आपके लिए सही है या नहीं है ताकि आपकी आँखों को कोई नुकसान न हो। इसलिए आप LASIK सर्जरी करवाने से पहले एक बार डॉ. कशिश गुप्ता से सलाह अवश्य ही लें।

LASIK सर्जरी कितनी प्रभावी है?

कोई भी सर्जिकल प्रक्रिया 100% प्रभावी नहीं होती है। हालाँकि, LASIK की किसी भी वैकल्पिक प्रक्रिया की सफलता और सक्सेस रेट/ संतुष्टि दर सबसे अधिक है, 96% LASIK रोगियों ने उपचार के बाद उच्च स्तर संतुष्टि प्राप्त करते है। प्रभावशीलता के अध्ययन से पता चलता है कि LASIK के 70% से 90% रोगी उपचार के बाद 20/20 या उससे बेहतर दृष्टि प्राप्त करते हैं।

निष्कर्ष

इस प्रकार अंत में हम यह कह सकते हैं कि लेसिक सर्जरी एक उत्तम तकनीक है जो आंखों की समस्याओं को समाधान करने में सहायक होती है। इसकी सफलता दर भी उत्तम होती है। इस तकनीक का उपयोग करके लोग अपनी आंखों की समस्याओं से छुटकारा पा रहे हैं और नई जीवन की राह पर अग्रसर हो रहे हैं। लेसिक सर्जरी के बाद नियमित चेकअप और डॉक्टर की सलाह का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस प्रकार, लेसिक सर्जरी वह विकल्प है जो आंखों की समस्याओं को हल करके लोगों को स्वस्थ और सुखमय जीवन का आनंद उठाने में सहायक हो सकती है।

लेसिक सर्जरी की सफलता दर के बारे में डिटेल में जानने के लिए और अपनी आँखों की जाँच करवाने के लिए आप डॉ. कशिश गुप्ता जी से कांटेक्ट कर सकते हैं। तो लेसिक सर्जरी पर चर्चा करने के लिए और यह जानने एवं समझने के लिए कि क्या यह आपके लिए सही है, आज ही आप डॉ. कशिश गुप्ता जो कि एक जाने माने प्रसिद्ध विषेशज्ञ (आई सर्जन) हैं,  से कंसल्ट कर सकते हैं जो कि आपको सही तरीके से समझायेंगे कि लेसिक सर्जरी आपके लिए कितनी मददगार हो सकती है।

Tariq Masoodi is a technical content writer who specializes in strategic communications and digital media. He writes on health, eye care, and mass communication. He is fascinated by web marketing, advocacy blogs, and vlogs on all social media platforms. With over 20 years of expertise, he works with businesses around the world by pitching niche content to a targeted clientele to generate added revenues. He is a former professor of Media Studies and an alumnus of IIT Roorkee, India.

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